स्थान नैनीताल।
महात्मा गांधी जयंती अवसर पर दिव्यांग कल्याण समिति के संस्थापक राजेंद्र सिंह नेगी अंकल को किया गया याद।
दिव्यागों को कराया भोजन व दी आर्थिक सहायता।
रिपोर्ट:; ललित जोशी।
नैनीताल। सरोवर नगरी जनपद नैनीताल के हल्द्वानी में दिव्यांग कल्याण समिति के तत्वावधान में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी महात्मा गांधी जयंती अवसर पर जहां दिव्यांग कल्याण समिति के संस्थापक राजेंद्र सिंह नेगी अंकल को उनके किये गए कार्यों व इस संस्था को बिना सरकारी सहायता के चलाकर पूरे उत्तराखंड में अपनी अमिट छाप छोड़ी है।
उसके लिए उनके सहयोगियों द्वारा गांधी जयंती के मौके पर जहां महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की।
वही राजेंद्र सिंह नेगी अंकल को भी सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए दिव्यांग को समिति द्वारा निशुल्क भोजन आदि कराया गया और कई लोगों को आर्थिक सहायता भी समिति के आपसी सहयोग से दी गई।
आज भी कई दिव्यांग स्व नेगी अंकल को याद कर भाव विभोर हो जाते हैं। अंकल के कार्यों का आज भी समिति के लोग बखान करते हुए नही थकते हैं।
आज इस बीड़ा को उनकी पत्नी श्रीमती धनी नेगी व उनका पुत्र साथ ही कमेटी के लोग सहयोग कर रहे हैं।
श्रीमती नेगी ने बताया उनके पति राजेंद्र सिंह नेगी अंकल निस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा करते थे। वह दिव्यांग के साथ साथ आर्थिक रूप से कमजोर परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करना, निधर्न परिवार की बेटियों का कन्याओं की शादी वगरा आदि । स्कूल के बच्चों को फीस आदि से लेकर जरूरत की सुविधा उपलब्ध कराते थे। आज उन्हीं के मार्गदर्शन पर चलने का समिति प्रयास कर रही है। जबकि समिति को शाशन प्रशासन द्वारा कोई भी ऐसी सहायता व आर्थिक सहयोग नही मिलता है और न ही समिति ने लेना उचित समझा ।
यह तो समिति के सदस्यों व जो लोग बाहरी रूप से सहयोग करते हैं । समिति उन्हीं साधनों से सहयोग देती आयी है। इस दौरान समिति के संरक्षक मोहन सिंह बोरा ने कहा आज अंकल काफी याद आते हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में जा जा कर वह लोगों की निस्वार्थ सेवा करने को तत्पर रहते थे। यहाँ तक की कुमाऊँ के अल्मोड़ा जिले में भी कई जगह अंकल ने लोगों की सहायता की थी। इसलिए समिति के सदस्यों के अलावा तमाम लोग स्मरण करते हैं।
दिव्यांग को भोजन आदि व आर्थिक सहायता देने में पंकज पांडे, ममता जोशी, जीवन चन्द्र, पूनम कर्नाटक, नीलिमा कांडपाल, शेखर भट्ट, मंजू गोरा, सरिता ,कमला आदि दर्जनों लोग मौजूद रहे।