बाल विकास परियोजना भिलंगना टिहरी गढ़वाल के तत्वावधान में 1 सितंबर 2024 से 30 सितंबर 2024 तक होने वाले पोषण माह में विभिन्न गतिविधियां करवाई जा रही है।
जिसमें बाल विकास परियोजना अधिकारी श्रीमती संगीता गोयल व 11 क्षेत्रों की सुपरवाइजर्स तुतला, सुषमा आशा उर्मिला कृष्णा देवेश्वरी कौशल्या मीना इत्यादि द्वारा क्षेत्र में स्वयं उपस्थित होकर कार्यक्रम करवाए जा रहे हैं ।
इसमे कोठियाडा क्षेत्र में बच्चों व महिलाओं से संबंधित एनीमिया हेतु कैंप का आयोजन।
नैलचामी क्षेत्र में वृद्धि निगरानी जांच व स्वस्थ बच्चा प्रतिस्पर्धा कार्यक्रम।
आरगढ़ क्षेत्र में प्रजनन आयु की महिलाओं में एनीमिया हेतु कैंप का आयोजन इत्यादि रही, जिसमें क्षेत्रीय एएनएम भी उपस्थित रही।
गोनगढ़ क्षेत्र में स्थानीय खाद्य व्यंजनों की प्रदर्शनी का आयोजन व स्थानीय खाद्य व परंपरागत भोजन पर जोर दिया गया।
पडागली क्षेत्र में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा किशोरी बालिकाओं के बीच पोषण विषय पर निबंध व चित्रकला प्रतियोगिता करवाई गई जिनमें स्थानीय जनप्रतिनिधियों व जनता द्वारा बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया जा रहा है।
वहीं सीडीपीओ द्वारा बताया गया कि दो ऋतुओं के संगम पर मानवीय रोगप्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है इसका उदाहरण हमारे शास्त्रों में भी मिलता है।
हमारे ऋषि मुनियों द्वारा चैत्र नवरात्र व शारदीय नवरात्रों का सृजन इसी उद्देश्य से किया गया था कि इस समय मानव जाति कंद मूल व अधिक पोषक तत्वों से भरपूर भोजन ग्रहण करें जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़े।
इसलिए हमारी सरकार ने सितंबर माह को पोषण माह के रूप में चुना है जिससे हम लोगों के बीच जा -जाकर पोषक तत्वों से भरपूर भोजन ग्रहण करने हेतु वह मानवीय स्वच्छता व स्वास्थ्य पर कार्यक्रमों का आयोजन कर जागरुक कर सके।
इसी क्रम में आज शहरी मलिन बस्ती चमियाला में चमियाला न्याय पंचायत के आंगनबाड़ी केदो द्वारा बाल विकास परियोजना कार्यालय के सहयोग से वृद्धि निगरानी व स्वस्थ बच्चा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
जिसमें महिला मंगल दल की पूर्व अध्यक्षा श्रीमती भगवानी देवी को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ती श्रीमती सुमना देवी द्वारा सभी का स्वागत व अभिनंदन किया गया तथा सीडीपीओ द्वारा मुख्य अतिथि को माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।
वहीं इसके तत्पश्चात जीरो माह से एक वर्ष, एक से तीन वर्ष व 3 से 6 वर्ष में बच्चों का वर्गीकरण करके तीन वर्गों में प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
जिसमें सबसे स्वस्थ तीन बच्चों को पुरस्कृत किया गया स्वस्थ बच्चों को पुरस्कृत करने का उद्देश्य था कि उनकी माता के अनुभव साझा करना कि उन्होंने अपने बच्चों की देखभाल किस तरह की कि बच्चा पूर्णता स्वस्थ है।
वही तीनों बच्चों की माता द्वारा अपने अनुभव साझा किए गए उनके द्वारा बताया गया कि हमारी दिनचर्या में बच्चों की साफ सफाई व पोषण से संबंधित भोज्य पदार्थ शामिल किए जाते हैं।
बच्चों को कम से कम बाहरी खाद्य सामग्री पर पाला जाता है इसीलिए विभाग द्वारा जहां-जहां भी कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं वहां पर जलपान के रूप में स्थानीय स्वयं सहायता समूह द्वारा निर्मित मंडवे के बिस्किट जलपान के रूप में वितरित किए जा रहे हैं।
जिसका उद्देश्य है कि हम मोटे अनाज को अपने भोजन में शामिल करें कार्यक्रम में चमियाला न्याय पंचायत की आंगनबाड़ी कार्यकर्ती सुमना, सरिता, सरोजिनी ,गुड्डी ,कविता, आरती, वीरबाला व समस्त आंगनबाड़ी सहायिकाएं उपस्थित थी।