सुभाष बडोनी, उतरकाशी
*उतरकाशी जनपद केे 50 प्रतिशत बूथों की होगी वेबकास्टिंग,विगत निर्वाचन की तुलना में इस बार कुछ अलग गतिविधियां भी रहेगी शामिल*
विधान सभा सामान्य निर्वाचन 2022 को निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से सम्पन्न कराये जाने के उद्देश्य से उत्तरकाशी जनपद में मतदान कार्मिकों के तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रथम चरण के प्रशिक्षण का शुभारंभ उत्तरकाशी स्थित कलक्ट्रेट अॅाडोटोरियम एवं पीजी काॅलेज ऑडोटोरियम में हुआ।
प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाधिकारी/जिला निर्वाचन अधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा की गयी। प्रथम चरण के प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनरों द्वारा पीठासीन अधिकारियों को सैद्धान्तिक एंव व्यवहारिक दोनों प्रकार का प्रशिक्षण दिया गया। मास्टर ट्रेनरों द्वारा पीठासीन अधिकारियों को मतदान दिवस से एक दिन पूर्व एवं मतदान दिवस की तैयारियों एवं दायित्वों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी।
इस अवसर पर जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने पीठासीन अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रशिक्षण में बताये गये उनके दायित्वों के प्रति गंम्भीर रहकर कार्य करें ताकि निर्वाचन कार्य निर्बाध रूप से सम्पन्न हो सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के चलते इस बार के निर्वाचन में विगत निर्वाचन की तुलना में कुछ अलग गतिविधियां भी शामिल रहेगीं।
उन्होंने बताया कि मतदाताओं को ग्लब्स पहनाकर ही बूथ में प्रवेश करने दिया जायेगा साथ ही उनकी थर्मल स्केनिंग भी अनिवार्य रूप से की जायेगी।
उन्होनें बताया कि जनपद के 50 प्रतिशत बूथों की वेबकास्टिंग भी होगी जिसका लाइव प्रसारण उच्च अधिकारियों व सुदूर क्षेत्र के लोगों द्वारा देखा जायेगा।
जिलाधिकारी ने पीठासीन अधिकारियों को चेताया कि वे पोलिंग बूथों के लिए रवाना होने पर उनके लिए निर्धारित स्थानों पर ही रूकेगें। अन्य किसी का आतिथ्य स्वीकार नहीं करेगें।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में मास्टर ट्रेनरों द्वारा पीठासीन अधिकारियों को बताया गया कि पीठासीन अधिकारी पोलिंग स्टेशन का सम्पूर्ण प्रभारी होता है।
मास्टर ट्रेनरों के द्वारा पीठासीन अधिकारियों को मतदान दिवस से एक दिन पूर्व, मतदेय स्थल पर पहुचने एवं मतदान दिवस की सम्पूर्ण प्रक्रिया की जानकारी दी गयी।
उनके द्वारा पीठासीन अधिकारी की डायरी भरे जाने, विभिन्न प्रारूपों के कलेक्शन व सील किये जाने, ईवीएम के प्रयोग एवं ईवीएम के साथ बरती जाने वाली सावधानी, पीठासीन अधिकारियों द्वारा की जाने वाली घोषणाओं, पोलिंग ऐजेण्ड, टेण्डर वोट, चैलेंज वोट, नेत्रहीन व अशक्त मतदाताओं को मतदान कराने के नियमों एवं प्रक्रिया, नोटा, माॅक पोल आदि की विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयी।
कार्मिक नोडल अधिकारी मदन मोहन डोभाल ने बताया कि प्रथम चरण के प्रशिक्षण कार्यक्रम में मंगलवार को 476 पीठासीन अधिकारियों के लिए प्रशिक्षण नियत था जिसमें से 21 पीठासीन अधिकारी अनुपस्थित रहें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार,अपर जिलाधिकारी तीर्थपाल सिंह, उप जिला अधिकारी चतर सिंह चौहान व मीनाक्षी पटवाल सहित जोनल, सेक्टर मजिस्ट्रेट व पीठासीन अधिकारी आदि उपस्थित थे।