रिपोर्ट- गोविन्द रावत
झण्डगांव में बाघ का आतंक
सल्ट -अल्मोडा जिले के विकास खंड सल्ट के काॅर्बेट पार्क से सटे कूंपी गांव में बाघ ने बीते 1 मार्च को कूपी गांव निवासी गूडडी देवी को मार डाला। जिसके बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने काशीपुर – बुआखाल नेशनल हाईवे पर जाम लगाया।
वन विभाग ने कूपी क्षेत्र में गस्त कर तथा रेस्क्यू कर बाघ को पिंजरे में कैद करके चिड़ियाघर नैनीताल भेज दिया था।
अब बीते 15 मार्च से झण्डगांव क्षेत्र में बाघ का दहशत बना हुआ हैं।
ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग ने हाईवे किनारे पिंजरे लगाया है जबकि हाईवे पर लगातार लोगों का आगमन सुचारू रहता है जिससे बाघ ने अपना रूट बदल दिया है।
बाघ पालतू जानवरों को निवाला बना चुका है जिस वजह से बाघ के प्रति ग्रामीणों में दहशत बना हुआ है।
भले ही वन विभाग ने दो अलग-अलग क्षेत्रों में तीन पिंजरे लगाया है और वन विभाग की दो टीमें भी गठित की गई है।
लेकिन बावजूद इसके ग्रामीणों का कहना है कि हम अपने गाय, भेसो के चारे लेने जंगल नहीं जा पा रहे हैं।
अब ग्रामीणों पुराना रखा चारा ही जानवरों को दे रहे हैं।
यही नहीं इससे बच्चों का स्कूल जाना दूभर हो गया है।
ग्रामीण छह बजते ही अपने घरों में कैद हो रहे हैं तथा मवेशियों को चारा के लिए महिलाओं का जंगल जाना दूभर हो गया है। सवाल यह है कि आखिर विभाग बाघ को कब तक पकड़ पायेगा।