एक नए क्रिया रिपोर्ट के अनुसार, जब मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, और मिज़ोरम विधानसभा चुनावों के परिणाम घोषित होंगे, तो राज्य भाजपा अपने लोकसभा चुनाव की तैयारियों के संबंध में नए कार्यक्रम जारी करेगी। वर्तमान में पार्टी को केवल प्रमुख कार्यक्रम पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
पहला, ज्वालामुखी जाति और जनजाति के दार्शनिकों का सम्मेलन और दूसरा, “विकसित भारत संकल्प यात्रा” में सक्रिय भाग लेना है। पार्टी के राज्य के उपाध्यक्ष आदित्याराम कोठारी के अनुसार, इन दोनों के अंतिम दर्शन कार्यक्रमों की तैयारी की गई है। पार्टी दस्तावेज़ के अनुसार, अब तक केंद्रीय नेतृत्व का पूरा ध्यान पाँच राज्यों के विधानसभा चुनावों पर था।
3 दिसम्बर को चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद, पार्टी लोकसभा चुनावों में अपनी पूरी ताकत से प्रतिस्पर्धा करेगी। इसके लिए, केंद्रीय नेतृत्व और राज्य संगठन ने सामान्य चुनावों पर केंद्रित करके नए कार्यक्रमों का आयोजन किया। लोग इन कार्यक्रमों में भाग लेंगे जो पार्टी के राज्य में नए क्रियाकलाप के साथ होंगे। पार्टी अब पाँच राज्यों के प्रति अपने पाँच उम्मीदवारों पर विजयी बनने के लिए दो मुख्य कार्यक्रमों पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
पार्टी के राज्य महासचिव कोठारी कहते हैं कि पाँच राज्यों के चुनाव परिणामों के बाद, केंद्रीय नेतृत्व से संगठन क्षेत्र को नए मार्गदर्शन मिलेगे।
अनुसूचित जाति को भाजपा से जोड़ने का संकल्पपार्टी 1 दिसम्बर को विकासनगर में और 3 दिसम्बर को नानकमट्टा में जनजाति समुदाय के नेता और दार्शनिकों का सम्मेलन करने जा रही है। पार्टी के साथी कीमो चौथी श्रेणी से जुड़ेगा ताकि चुनावों में बेहतर प्रदर्शन किया जा सके। पिछले विधानसभा चुनावों में जिन 23 विसाखु हिल्स में भाजपा ने हार की थी, उनमें चक्राता, खातिमा, नानकमट्टा, बद्रीनाथ, धारचुला में सभी जनजातियाँ अधिकांश में थीं या प्रभावशाली थीं।