अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश में बृहस्पतिवार को संविधान निर्माता बाबा साहेब डा. भीमराव आंबेडकर जी की जयंती पर उनका भावपूर्ण स्मरण किया गया।
इस अवसर पर संस्थान के अधिकारियों, चिकित्सकों, फैकल्टी सदस्यों व स्टाफ मेंबरों ने बाबा साहेब के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
बाबा साहेब की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में एम्स के संकायाध्यक्ष अकादमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता जी ने कहा कि डा. आंबेडकर जी का भारत के लोकतंत्र में योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकता।
उन्होंने कहा कि उन्होंने समाज के शोषित वर्ग से अपनी काबिलियत के बूते आगे निकलकर भारत ही नहीं दुनिया में जो मुकाम हासिल किया, उसकी सबसे बड़ी वजह उनकी शिक्षा, ज्ञान व बुद्धिमत्ता थी।
डीन एकेडमिक प्रो.मनोज गुप्ता जी ने बताया कि डा. आंबेडकर जी को कोलंबिया व इंग्लैंड प्रवास के समय काल में जिन देश-दुनिया के लोगों से उनका विमर्श हुआ, इससे उनका वैचारिक फलक व्यापक हुआ और वह सामाजिक परिवर्तन के लिए वृहद स्तर पर सोच सके।
उन्होंने कहा कि डा.आंबेडकर का जीवन दर्शन हम सबके लिए प्रेरणाप्रद है।
इस अवसर पर संस्थान के उपनिदेशक ले.कर्नल अच्युत रंजन मुखर्जी, प्रो.यूबी मिश्रा, प्रो.संजीव कुमार मित्तल, प्रो.शालिनी राव, डा. रोहित गुप्ता, डा. सतीश रवि, डा. योगेश सिंह,डा.पूर्वी कुलश्रेष्ठा,डा.वंदना धींगड़ा,वित्तीय सलाहकार कमांडेंट पीके मिश्रा, जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल,रजिस्ट्रार राजीव चौधरी, विधि अधिकारी प्रदीप चंद्र पांडेय के अलावा अन्य संकाय सदस्य,स्टूडेंट्स मौजूद थे।