श्राद्ध पक्ष में अपने पित्रो को तर्पण देने के लिए कई श्रद्दालु पहुंचे गंगोत्री धाम.
रिपोर्ट:-सुभाष बडोनी /उत्तरकाशी.
उत्तरकाशी के गंगोत्री धाम में देश के कोने – कोने से आए श्रद्दालुओ ने आज सर्व श्राद के दिन अपने पित्रो का तर्पण ओर पिंड दान किया साथ ही मा गंगा से प्रार्थना की कि उनके पित्रो का उन पर अपना आश्रीवाद बनाए रखे।
गंगोत्री धाम में श्राद्ध पक्ष में अपने पित्रो को तर्पण देने के लिए कई श्रद्दालु गंगोत्री धाम पहुंचे. माँ गंगा गोमुख से निकल कर गंगोत्री धाम होते हुए गंगा सागर तक जाती हैं।
पित्रो को तर्पण देने के लिए माँ गंगा के जल को माना जाता हैं.इस जल के तर्पण से सारे पाप धूल जाते हैं।
पुराने कथाओ के अनुसार राजा भगीरथ ने अपने पित्रो को मुक्ति दिलाने के लिए माँ गंगा को पृथ्वी में लाने के लिए हजारो वर्षो तक तपस्या की, तब जा कर माँ गंगा राजा भगीरथ की तपस्या देख कर पृथ्वी पर आई, तब जा के राजा भगीरथ के पित्रो को मुक्ति प्रदान हुई।
हिन्दू संस्कृति के अनुसार अपने पित्रो को तर्पण देना एक अच्छा कार्य माना जाता हैं. माँ गंगा में पित्रो के तर्पण के बाद ही उनके पित्रो को मुक्ति व् दूसरा जन्म मिलता हैं.कहा जाता हैं माँ गंगा के जल से पित्रो को मुक्ति मिलती हैं।