अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर बैठे एम्स ऋषिकेश के नर्सिंग अधिकारियों ने शनिवार अपरान्ह अपनी हड़ताल समाप्त कर दी है।
एम्स प्रशासन के साथ हुई वार्ता के दौरान नर्सिंग अधिकारियों की विभिन्न बिंदुओं पर भी सहमति बनी है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश के नर्सिंग अधिकारी शनिवार सुबह से कार्य बहिष्कार पर थे।
नर्सिंग अधिकारियों का कहना था कि 2 दिन पूर्व हुए आंदोलन के दौरान संस्थान के दो रेजिडेंट डॉक्टरों द्वारा नर्सिंग अधिकारी के साथ अभद्र भाषा का उपयोग किया गया था।
इस मामले में नर्सिंग अधिकारी आरोपी डॉक्टरों के खिलाफ ठोस कार्यवाही की मांग कर रहे थे।
दोपहर बाद एम्स प्रशासन के साथ हुई लम्बी वार्ता के बाद उनकी मांगो पर कार्रवाई करते हुए एम्स प्रशासन ने निर्णय दिया कि दोनों रेजिडेंस डॉक्टरों को डीन एकेडमिक कार्यालय से संबंध कर दिया गया है।
निर्णय की जानकारी देते हुए संस्थान के उपनिदेशक (प्रशासन) लेफ्टिनेंट कर्नल अमित पराशर ने बताया कि संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह के निर्देशानुसार मरीजों के हित को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं के सुचारू संचालन हेतु दोनों पक्षों के मध्य हुई वार्ता के बाद विभिन्न बिंदुओं पर सहमति बनी।
सहमति के आधार पर नर्सिंग अधिकारियों ने हड़ताल समाप्त कर दी है।
वहीं उन्होंने कहा की वार्ता सफल रहने के बाद सभी हड़ताली नर्सिंग अधिकारी काम पर लौट आए हैं।
वार्ता के दौरान एम्स प्रशासन की ओर से उप निदेशक (प्रशासन) लेफ्टिनेंट कर्नल अमित पराशर के अलावा प्रभारी डीन एकेडमिक प्रोफेसर शैलेंद्र हांडू, प्रोफेसर रविकांत, प्रोफेसर मीनाक्षी धर और नर्सिंग एसोसिएशन की ओर से अखिलेश उनियाल, नरेश चौधरी, संजीव कुमार, दिनेश लोहार सहित अन्य नर्सिंग अधिकारी मौजूद थे।