एम्स के ऋषिकेश के आपातकाल चिकित्सा विभाग के तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय आपातकाल चिकित्सा दिवस मनाया गया।
सोमवार को संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ. )मीनू सिंह के मार्गदर्शन में आपात चिकित्सा विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न विभागों के फैकल्टी सदस्यों, चिकित्सकों, नर्सिंग ऑफिसरों व स्टाफ सदस्यों ने प्रतिभाग किया।
इनमें कार्यवाहक डीन (एकेडमिक) प्रोफेसर शैलेंद्र हांडू, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल, इमरजेंसी विभागाध्यक्ष डॉ. निधि कैले, आपातकाल चिकित्सा की सह आचार्य डॉ. पूनम अरोड़ा प्रमुखरूप से शामिल रहे।
इस अवसर पर निदेशक एम्स प्रो. मीनू सिंह ने सभी नर्सिंग ऑफिसर्स, चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की पूरी ऊर्जा व लगन के साथ मरीजों की सेवा कार्य कर सराहना की।
वहीं उन्होंने कहा कि आपात चिकित्सा जैसे महत्वपूर्ण व संवेदनशील कार्य को सभी चिकित्सक, नर्सिंग ऑफिसर्स एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं बेहतर टीम भावना व बेहतर समन्वय स्थापित कर अंजाम देते हैं।
जिससे मरीजों को तत्काल राहत दी जा सके।
कार्यवाहक डीन प्रो. हांडू ने बताया विभाग में हार्ट अटैक व स्ट्रोक के पेशेंट्स अधिक आते हैं लिहाजा उन्होंने विभाग द्वारा ऐसे मरीजों को दी जा रही उचित चिकित्सा व्यवस्था पर संतोष व्यक्त किया गया।
चिकित्सा अधीक्षक प्रो. संजीव कुमार मित्तल ने विभाग द्वारा अंतर्राष्ट्रीय आपातकाल चिकित्सा दिवस पर इस आयोजन की सराहना की।
आपातकाल चिकित्सा विभागाध्यक्ष डॉ. निधि कैले ने बताया कि आपात स्थिति के मरीजों की सेवाओं को सुदृढ़ बनाना हमारा प्राथमिक लक्ष्य है, जिससे उन्हें तत्काल बेहतर उपचार प्रदान किया जा सके।
इस अवसर पर रेजिडेंट्स चिकित्सकों व नर्सिंग ऑफिसरों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर डीएमएस डॉ. नरेंद्र कुमार, डॉक्टर यतीन तलवार, चीफ नर्सिंग ऑफिसर रीटा शर्मा, एएनएस अंशु व महेश के अलावा कृष्णा खंडूड़ी, सोमनाथ, विनोद नौटियाल, पूजा, विपिन, अमित आदि मौजूद थे।