क्षेत्र पंचायत पुरोला की बैठक में क्षेत्र के विकास एवं जन-समस्याओं से संबंधित मामलों के त्वरित व कारगर निस्तारण के लिए जन-प्रतिनिधियों एवं अधिकारियों ने समन्वित प्रयास करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की गई।
ब्लॉक प्रमुख रीता पंवार की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक में क्षेत्रीय विधायक दुर्गेश्वर लाल, जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण, मुख्य विकास अधिकारी जय किशन सहित जिला स्तर के सभी प्रमुख अधिकारियों ने भाग लेकर क्षेत्र के विकास तथा शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क एवं पेयजल आदि बुनियादी सुविधाओं व आवश्यकताओं से जुड़़े मुद्दों पर जन-प्रतिनिधियों के साथ रचनात्मक विचार-विमर्श किया।
अधिकारियों ने सदन में विभागीय योजनाओं व कार्यों की जानकारी प्रस्तुत की।
बैठक में क्षेत्र पंचायत सदस्य ग्राम प्रधानों और जिला पंचायत सदस्यों ने विकास से जुड़े मुद्दों और जन-समस्याओं को उठाया। इस दौरान जल संस्थान, जल निगम, स्वजल, लोक निर्माण विभाग,पीएमजीएसवाई, वन, शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, बाल विकास, सुवा कल्याण सहित विभिन्न विभागों की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई।
इस अवसर पर जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट ने जन-प्रतिनिधियों से पेयजल, सड़क, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित विभिन्न विभागों से जुड़ी योजनाओं एवं कार्यों को लेकर फीडबैक लिया।
जिलाधिकारी ने जल जीवन मिशन सहित पेयजल योजनाओं को लेकर सदन में उठाए गए मामलों का त्वरित निस्तारण करने के लिए जल संस्थान एवं जल निगम के अधिकारियों को मौके पर जाकर स्थानीय जन-प्रतितिनिधियों की मौजूदगी में कारगर समाधान सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने पुरोला नगर के कुछ क्षेत्रों में पेयजल समस्या के ततकालिक समाधान हेतु टैंकर से पानी की आपूर्ति करने के निर्देश देते हुए जल संस्थान को पुरोला व मोरी क्षेत्र में गर्मियों के दौरान पैदा होने वाले पेयजल संकट के समाधान बोरिंग एवं टैंकरों की व्यवस्था के लिए जिला योजना में प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा।
बैठक में जिलाधिकारी ने जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया कि कोई भी विद्यालय शिक्षक विहीन न रहे और क्षतिग्रस्त भवनों की मरम्मत व पुनर्निर्माण के प्रस्ताव प्राथमिकता के साथ प्रस्तुत किए जांय।
विद्यालयों को सुदृढ करने की योजनाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।
वहीँ उन्होंन कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों को भी सुदृढ व सुविधा संपन्न किए जाने पर जोर दिया।
जिलाधिकारी ने कहा कि पुरोला के उप जिला अस्पताल में एनीस्थीसिया विशेषज्ञ की नियुक्ति हो गई है लिहाजा यहां पर आईसीयू की स्थापना की जानी जरूरी है।
जिसके लिए आवश्यक धनराशि की व्यवस्था करा दी जाएगी। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से अस्पतालों में चिकित्सकों, दवाओं व अन्य स्टाफ की उपलब्धता की जानकारी लेते हुए जनौषधि केन्द्र का नियमित संचालन व निरीक्षण किए जाने के भी निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि सड़कों के निर्माण सहित अन्य लंबित योजनाओं तथा विभागों के द्वारा शासन स्तर पर भेजे गए मामलों की सूची प्रस्तुत करने की हिदायत देते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि लंबित स्वीकृतियां प्राप्त करने हेतु शासन स्तर से निरंतर प्रयास किया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने कहा कि पंचायतों को काफी अधिकार व संसाधन दिए गए हैं।
इनका सदुपयोग कर योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन हेतु जन-प्रतिनिधियों को अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। जिलाधिकारी ने विभिन्न योजनाओं हेतु पात्र लोगों से आवेदन कराने में जन-प्रतिनिधियों से बढ-चढकर सहयोग करने की भी अपील की।
क्षेत्र पंचायत की बैठक में विधायक दुर्गेश्वर लाल ने पेयजल व सिंचाई की समस्या के त्वरित समाधान पर अधिकारियों को विशेष ध्यान देने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी विभाग मानसून को लेकर तैयारी रखें और अधिकारी दूरस्थ गाँवों तक अवश्य जायें।
वहीं उन्होंने कहा कि सदन में उठाए गए मामलों का अधिकारी तत्परता से समाधान करें और विकास की योजनाओं का प्रभावी रूप से क्रियान्वयन करें।
विधायक ने कहा कि सड़कों तथा अन्य योजनाओं को लेकर शासन स्तर पर भेजे गए प्रस्तावों पर असरदार पैरवी कर आवश्यक मंजूरी जल्द प्राप्त करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने जल जीवन मिशन की महत्वाकांक्षी योजना के बेहतर क्रियान्वयन हेतु संबंधित विभागों के साथ ही ग्राम पंचायतों को भी सहायोग करने और विभिन्न गांवों के मध्यम पानी को लेकर विवाद को आपस में बैठकर सुलझाने की भी अपेक्षा की। विधायक ने विकास कार्यों के लिए वन भूमि अंतरण से संबंधित स्वीकृतियां प्राप्त करने की कार्रवाई समय से पूरी किए जाने और वन विभाग के स्तर से स्थानीय लोगों के हक-हकूक दिए जाने की भी मांग की।
बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण ने पंचायतों को अधिक अधिकार संपन्न बनाए जाने पर जोर देने के साथ ही सड़कों एवं पेयजल योजनाओं से संबंधित मामलों पर प्राथमिकता से कार्रवाई किए जाने की अपेक्षा की।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जय किशन, प्रभागीय वनाधिकारी डीपी बलूनी, उप जिलाधिकारी देवानंद शर्मा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. बी एस रावत, जिला शिक्षा अधिकारी अमित कोटियाल, पीडी डीआरडीए पुष्पेंद्र सिंह चौहान, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतीश चंद्र जोशी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आरसी आर्य, जिला पंचायतराज अधिकारी सीपी सुयाल, परियोजना अधिकारी उरेडा रॉकी कुमार, खंड विकास अधिकारी सतीश कुमार, जिला युवा कल्याण अधिकारी विजय प्रताप भंडारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी सुधीर जोशी, अधिशासी अभियंता जल संस्थान विनोद पांडे, स्वजल के पर्यावरण विशेषज्ञ प्रताप मटूड़ा, अधिशासी अभियंता जल निगम मधुकांत कोठियाल, अधिशासी अभियंता लोनिवि बलराम मिश्रा,अधिशासी अभियंता पीएमजीएसवाई वाईके सिंह आदि अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।