श्रीनगर/कीर्ति नगर :-
दिनांक 17/10/2024 को गुरिल्ला संगठन के प्रदेश कार्यकारिणी ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से जानकरी देते हुए बताया कि शासन से वार्ता का आमंत्रण आने पर संगठन की प्रतिनिधि मंडल विशेष सचिव उत्तराखंड शासन श्रीमती रिद्धिमा अग्रवाल जी से वार्ता हुई थी जिसमें विशेष सचिव द्वारा विभागों से विस्तृत अखयां/अनुपालन अखयां अभिलंब मांगी गई थी लेकिन आज तक तमाम विभागों द्वारा अनुपालन अखयां नहीं प्रेषित की गई है।
वहीं उन्होंने कहा कि यह अत्यधिक पीड़ा दायक है ,जिसमे देश भक्त गुरिल्लाओ के मामले को लटकाया जा रहा है जिस कारण संगठन में काफी रोष व्याप्त है सरकार को डेढ़ माह बीत चुका है।
जबकि 20 दिसंबर 2023 को 18 सचिवों और मुख्यमंत्री जी के साथ व गुरिल्ला पदाधिकारीयों के साथ मीटिंग हुई थी और 10 महीने बीतने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है इसलिए गुरिल्लाओ में भारी आक्रोश है।
समस्त एस एस बी गुरिल्ला संगठन के पदाधिकारी से निवेदन है की 6 नवंबर को सभी पदाधिकारी देहरादून आयोजित गुरिल्ला के संबंध में एक आपातकालीन मीटिंग रखी जायेगी ।
उन्होंने कहा कि हमने 7 नवंबर को जैन धर्मशाला में आयोजित की है। जिसमें समस्त उत्तराखंड के एस एस बी गुरिल्ला प्रशिक्षित पदाधिकारी देहरादून पहुंचने की कृपा करें, क्योंकि सरकार 18 सालों से एस एस बी गुरिल्लाओ का जो आंदोलन चल रहा है उस पर सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही है।
अभी 2 सितंबर 2023 को हमारा सी एम आवाज कूच था लेकिन माननीय मुख्यमंत्री आनन-फानन में गुरिल्ला संगठन के पदाधिकारीयों के द्वारा गृह सचिव श्रीमती रिद्धिमा अग्रवाल से वार्ता करने के लिए बुलाया।
जिसमें गुरिल्ला संगठन की पदाधिकारीयों के द्वारा रिद्धिमा अग्रवाल से हर एक बिंदुओं पर वार्ता हुई जो वार्ता हुई जो उसकी संक्षेप माननीय गृह सचिव रिद्धिमा अग्रवाल ने 48 घंटे के अंदर लेटरों का आदान-प्रदान करने के लिए कहा था।
क्योंकि 20 दिसंबर 2023 को 18 सचिवों और उस मीटिंग में माननीय मुख्यमंत्री जी हमारे जिला अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष केंद्रीय अध्यक्ष के साथ वर्चुअल माध्यम से उस मीटिंग में शामिल थे।
जिसमें मुख्यमंत्री ने 18 सचिवों को निर्देश दिया था की इन गुरिल्लाओ के जो निर्देश जारी हो रखे हैं जहां-जहां जिन जिन विभागों में रिक्तियां खाली हैं उन विभागों में इनको समायोजित किया जाए।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी के आदेश पर गुरिल्लाओं को यूको टास्क फोर्स, स्वैच्छिक आपदा प्रबंधन, निजी सुरक्षा एजेंसी और कई सुरक्षा एजेंसियों में समायोजित करने के निर्देश सचिवों को दिये थे।
मुख्यमंत्री जी ने अभी तक 10 महीने बीतने के बाद भी अभी तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई हमारा जो धरना प्रदर्शन 2 सितंबर 2024 को सीएम आवास के कुच का था।
उसमें गृह सचिव ने हर एक बिंदुओं पर उनसे वार्ता हुई थी हमने उनसे कहा था कि डेढ माह बीतने के बाद भी उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है, मेरे समस्त उत्तराखंड के पदाधिकारियों से निवेदन है की 6 नवंबर को देहरादून पहुंचे और 7 नवंबर को एक बहुत बड़ी आपातकालीन मीटिंग होगी।
जिसमें हम 7 तारीख को मीटिंग होने के बाद हम मुख्यमंत्री जी को मुख्य सचिव राधा रतूड़ी जी को गृह सचिव रिद्धिमा अग्रवाल को और जो हमारे गुरिल्ला संगठन के रेख- देख और पत्रों पर गृह सचिव निवेदिता कुकरेती को बनाया उन से हम ज्ञापन के माध्यम से उनको ज्ञापन देंगे ।
ज्ञापन में हमारा यह होगा अगर सरकार तुरंत इस पर करवाई नहीं करती है तो सरकार 15 दिसंबर तक कोई कार्रवाई नहीं करती है तो 17 दिसंबर को समस्त उत्तराखंड के गुरिल्ले देहरादून कुच करेंगे।
और 18 दिसंबर को सीएम आवाज कुच अनिश्चितकाल के लिए होगा क्योंकि कई बार सरकार ने हम गुरिल्लाओं को ठगा सा महसूस व लॉलीपॉप देने का काम किया।
इस पर सरकार कोई काम नहीं कर रही है जबकि उत्तराखंड में इतने निजी एजेंसी हैं आपकी ऋषिकेश -कर्णप्रयाग लाइन है।
आपके टिहरी डैम में 42 किलोमीटर रिंग रोड बननी है।
टिहरी झील के चारों ओर व इतने प्रोजेक्ट हैं व इतने निजी एजेंसी हैं और बैंक प्रोजेक्ट हैं और यूको टास्क फोर्स में रख सकती हैं और काफी निजी सुरक्षा एजेंसियां हैं अगर सरकार नहीं करती है तो 15 दिसंबर तक तो उत्तराखंड के समस्त गुरिल्ला एक बार 17 दिसंबर को फिर से देहरादून कूच करेगा।
वही उन्होंने चेताया कि संघटन 18 दिसंबर से अनिश्चित काल के लिए धरना प्रदर्शन देहरादून में करेगा।