मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी का उत्तरकाशी आगमन पर यमुनोत्री एवं गंगोत्री मंदिर समिति के पदाधिकारियों द्वारा भव्य स्वागत किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुनोत्री और गंगोत्री धामों के विस्तार और सुरक्षा के लिए प्रस्तावित योजनाओं को जल्द धरातल पर उतारने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
बीते मानसून काल में हुए नुकसान की भरपाई के लिए आपदा मद से जल्द धनराशि स्वीकृत की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने उत्तरकाशी भ्रमण के दौरान यमुनोत्री व गंगोत्री मंदिर समिति के पदाधिकारियों से मुलाकात की।
इस अवसर पर उन्हें अंगवस्त्र, गंगाजली और प्रसाद भेंट किए गए।
पदाधिकारियों ने यमुनोत्री में हेलीपैड का निर्माण और हेली सेवा की स्वीकृति देने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
इसके साथ ही जानकीचट्टी-यमुनोत्री क्षेत्र को नगर पंचायत बनाने और यमुनोत्री रोपवे का शीघ्र निर्माण कराए जाने का अनुरोध किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुनोत्री और गंगोत्री धामों की मर्यादा और महत्ता को बनाए रखने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है।
धामों के विकास और विस्तार के लिए जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न योजनाओं के प्रस्ताव तैयार किए गए हैं।
वहीँ उन्होंने कहा कि यमुनोत्री रोपवे के निर्माण को लेकर जल्द ही शासन स्तर पर बैठक आयोजित की जाएगी। ताकि पीपीपी मोड की इस योजना का काम शीघ्र शुरू हो सके।
मुख्यमंत्री ने मानसून काल में यमुनोत्री और गंगोत्री धामों में हुए नुकसान की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाने का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि नदी तल और तटों पर जमा मलवे के निस्तारण, तटबंधों के निर्माण और अन्य सुरक्षा कार्यों के लिए आपदा मद से आवश्यक धनराशि स्वीकृत की जाएगी।
राज्य सरकार इन पवित्र धामों के विकास के लिए हर संभव प्रयास कर रही है ताकि श्रद्धालु सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव प्राप्त कर सकें।
इस अवसर पर विधायक श्री सुरेश चौहान, भाजपा जिलाध्यक्ष श्री सत्येन्द्र राणा, यमुनोत्री मंदिर समिति के उपाध्यक्ष श्री बागेश्वर उनियाल, यमुनोत्री मंदिर समिति के सचिव श्री सुरेश उनियाल, विपिन उनियाल, गंगोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री धर्मानन्द सेमवाल, सचिव श्री सुरेश सेमवाल, श्री हरीश सेमवाल आदि सम्मिलित रहे।