मुस्टिक सौड़ में आयोजित हरि महाराज के दुधगाडू मेले में उमड़े लोग।
रिपोर्ट:- Subhash badoni /उत्तरकाशी.
भगवान हरि महाराज से की अपनी कुशलता की कामना ,बाड़ागड्डी क्षेत्र के आराध्य देव है हरिमहाराज , नाग देवता , शंकर देवता , खण्डद्वारी , हुणेश्वर , नाग बुद्ध , की डोली की विधिविधान से पूजा-अर्चना की और अपनी कुशलता की कामना की।
दुधगाडू मेले में शामिल हुए पाँच हजार से अधिक गांव के ग्रामीण , बाड़ागड्डी क्षेत्र के आराध्य श्री हरि महाराज के दुधगाड़ू फुलाई मेले में स्थानीय लोगों ने देव डोलियों संग जमकर नृत्य किया। देवताओं के पश्वाओं ने दूध, दही व घी से स्नान किया।
– इस दौरान मेले में पहुंचे ग्रामीणों ने अपने आराध्य देव हरिमहाराज के ढोल, थात पर रांसो तांदी लगा कर देवी देवताओं के साथ नाचते हैं ।
बाडागड्डी क्षेत्र से यंहा पर गाँव गाँव से देवी देवता आते हैं इस मेले में सीटी बजा कर देवी देवताओं को खुश किया जाता हैं सभी देवी देवता दूध से स्नान किया जाता हैं ।
-हरिमहाराज के मंदिर प्रांगण में आयोजित दुधगाडू मेले में ग्रामीण ढोल नगाड़ों के साथ रासों और तांदी नृत्य में जमकर झूमें मेले में ब्रह्मकमलों केदार पाती से देव डोलियों की पूजा-अर्चना की गई।
उसके बाद ब्रहम कमलऔर केदार पाती फेंक कर भक्तों को सुफल दिया जाता हैं यह मेला साल में एक बार ही मनाया जाता हैं ।
मेला प्रत्येक वर्ष पूरे हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है ।
वीओ –3 –मुख्य गाँव बाड़ागड्डी पट्टी के मुस्टिकसौड़, बोंगाड़ी, कुरोली, कंकराड़ी, थलन, मस्ताड़ी, मानपुर, किशनपुर, बोंगा, भेलुडा, कोटी, लदाड़ी और कन्सेण अठाली समेत कई गांवों के ग्रामीण अपने अराध्य देव के लिए दूध दही लेकर पहुंचे।
जहां पर जमा दूध से ग्रामीणों ने विधिविधान से देव डोलियों और हरिमहाराज पश्वा का दुग्धाभिषेक किया।
ग्रामीणों ने अपने आराध्य देव के दर्शन कर उनसे अपने परिवार की खुशहाली और सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना की।