अखिल भारतीय संत समिति विरक्त वैष्णव मंडल ने रामानंद संत आश्रम मायाकुंड में सभी संत समाज इकट्ठा होकर आबकारी विभाग ने ऋषिकेश डिपार्टमेंटल स्टोर पर शराब की बिक्री पर लगाई रोक लगाई है ।
ऐसी जानकारी निकल कर सामने आई है हमे जानकारी पहुँचायी है मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य जी ने।
बताया गया है कि डिपार्टमेंटल स्टोर में हॉलमार्क के बजाय अवैध शराब की बिक्री को लेकर कार्रवाई हुई है जिसपर संतो ने हर्ष जताया जताया और कहा कि उनका आंदोलन आगे भी आंदोलन चलता रहेगा।
इसी कड़ी में ऋषिकेश में 11 सितंबर को अखिल भारतीय संत समिति विरक्त वैष्णो मंडल आज समस्त संत समाज रामानंद संत आश्रम मैं इकट्ठा हुए।
जानकारी के मुताबिक प्रदेश सरकार द्वारा देहरादून जिले में डिपार्टमेंटल स्टरों पर शराब की बिक्री किए जाने के दिए गए निर्देश की बात ऋषिकेश में आबकारी विभाग द्वारा शराब की बिक्री को रोक दिया है।
यह जानकारी आपकारी निरीक्षक प्रेरणा बिष्ट ने देते हुए बताया कि यह कार्रवाई आबकारी सचिव के आदेश पर की गई है।
उनका कहना था कि अभी फिलहाल ऋषिकेश क्षेत्र में तीन दुकान खोली गई थी जिन पर बिकने वाली शराब की शिकायत को लेकर यह कार्रवाई की गई है ।
श्रीमती बिष्ट ने कहा कि आबकारी सचिव के निर्देश पर पूरे जनपद देहरादून में स्थित डिपार्टमेंटल स्टोर को फिलहाल बंद कर स्टॉक की जांच की जा रही है ।
शिकायत मिली थी कि डिपार्टमेंटल स्टोर में हॉलमार्क के बजाय अवैध शराब बिक्री की जा रही है इसको ध्यान में रखते हुए डिपार्टमेंटल स्टोर जांच होने तक बंद रखी गई है।
विरक्त वैष्णव मंडल के अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास, महाराज महामंडलेश्वर वृंदावन दास महाराज ने कहा कि संत समाज कुंभ नगरी हरिद्वार- ऋषिकेश में मास मदिरा मुक्त उत्तराखंड के लिए आवाज उठाता रहेगा ।
उनका कहना था कि जब तक प्रदेश सरकार उत्तराखंड से पूरी तरह मांस मदिरा बंद नहीं होता तब तक संत समाज सड़कों में उतरकर आंदोलन करता रहेगा ।
इस हेतु महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास महाराज ,महामंडलेश्वर वृंदावन दास महाराज ,तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य, व्यापार मंडल के अध्यक्ष राजेश भट्ट, नमामि गंगा के संयोजक कपिल गुप्ता ,अखिल भारतीय संघ समिति के महामंत्री स्वामी अखंडानंद सरस्वती, सूरज दास ,रघुराम दास ,करुणा शरण, दीनबंधु दास ,विष्णु दास ,सीताराम दास ,राजा रामदास महावीर दास ,प्रमोद दास ,राघव दास ,मनसुखदास ,मोनी बाबा, स्वामी आलोक हरि ,महंत स्वामी छोटन दास आदि संत उपस्थित थे।