छठवां राज्य वित्त आयोग के तत्वाधान में बुधवार को जिला सभागार नई टिहरी में जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत, ग्राम पंचायत के प्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श कार्यशाला आयोजित की गई।
इस मौके पर वित्त आयोग के दायित्वों, जिला पंचायत, क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायतों के कार्य-दायित्व, अधिकार एवं क्षेत्रीय समस्याआंे पर चर्चा की गई।
कार्यशाला में 6वाँ राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष एन. रवि शंकर ने कहा कि सभी लोग अपने क्षेत्रान्तर्गत की योजनाओं को विभागों को दे दें। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत, सभी ग्राम पंचायत, क्षेत्र पंचायत के अंतर्गत चल रही योजनाओं का एकीकरण जिला योजना के साथ होना चाहिए।
बैठक में प्रशासक गणों द्वारा अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत कूड़ा निस्तारण के लिए अधिक गाड़ियों की मांग, गौशाला के लिए भूमि, आपदा क्षेत्र के लिए अतिरिक्त धनराशि, सोलर प्लांट की मांग, पलायन रोकने, भूमिधर द्वारा भूमि को बंजार छोड़ने, खेती को बढ़ावा देने, कार्मिकों के अभाव, आपदा प्रबंधन में धनराशि की मांग, सुचारू पेयजल आपूर्ति हेतु ठोस नीति बनाने, शिक्षा, स्वास्थ्य के क्षेत्र में ब्लॉक स्तर पर पर्याप्त व्यवस्था आदि अन्य मांगे व सुझाव रखे गये।
कार्यशाला में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, सीडीओ सीडीओ वरुणा अग्रवाल, जिला पंचायत प्रशासक सोना सजवाण, ब्लॉक प्रमुख प्रशासक नरेन्द्रनगर राजेन्द्र भण्डारी, जौनपुर सीता रावत, थौलधार प्रभा बिष्ट, चम्बा शिवानी बिष्ट, प्रतापनगर प्रदीप रमोला, भिलंगना बसुमती घणाता, जाखणीधार सुनीता देवी, पीडी डीआरडीए पी.एस. चौहान, डीडीओ मो. असलम सहित क्षेत्र पंचायत और ग्राम पंचायतों के प्रशासक, संबंधित क्षेत्रों के बीडीओ एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।