“*एक छोटी पहल, बड़े बदलाव की ओर…*”
*घनसाली यूथ क्लब का पर्यावरण दिवस अभियान*
पर्यावरण दिवस के अवसर पर घनसाली यूथ क्लब ने एक प्रेरणादायक मुहिम की शुरुआत की — एक ऐसा प्रयास, जो न सिर्फ हमारे आस-पास के वातावरण को बेहतर बनाएगा, बल्कि समाज की सोच को भी बदलने की दिशा में एक मजबूत क़दम है।
हम सभी सदस्यों ने मिलकर रचनात्मक पोस्टर बनाए, फिर उन्हें लेकर घनसाली बाज़ार, बैंक, पुलिस चौकी, पेट्रोल पंप, सब्ज़ी मंडी, बस अड्डा और बसों में यात्रियों के बीच जाकर लोगों से सीधा संवाद किया।
हमने देखा कि पर्यावरण के प्रति लोगों में धीरे-धीरे उदासीनता बढ़ रही है, और यही सबसे बड़ा संकट है। इस उदासीनता को हमने जागरूकता में बदला — बात की, समझाया और सबसे “पर्यावरण रक्षा की शपथ” दिलवाई।
लेकिन इसी बीच एक सवाल भी खड़ा हुआ
“हम जब अपने साथ अन्याय देखते हैं, तो आवाज़ उठाते हैं, न्याय की माँग करते हैं।
लेकिन हमारी प्रकृति?
वह किससे शिकायत करेगी, किससे न्याय मांगेगी?
नदियाँ, पेड़, पहाड़ — वो तो बस चुपचाप गर्मी, बाढ़, सूखा और तूफानों के ज़रिए हमें संदेश भेजते हैं।”
आज की बढ़ती गर्मी, सूखती नदियाँ, तेज़ आँधियाँ — सब यही पुकार रही हैं:
“अब तो जागो! अब तो हमारी रक्षा करो!”
हमारी टीम ने इस पुकार को गंभीरता से लिया और समाज को इसका महत्व समझाया।
”प्रकृति की चुप्पी को मत अनदेखा करो, वरना ये खामोशी बहुत भारी पड़ेगी।”
कार्यक्रम के अंत में हमने सभी के साथ शपथ ली —
🌱 “हम स्वयं भी जागरूक रहेंगे और दूसरों को भी प्रेरित करेंगे।”
फिर मिठाई बांटकर कार्यक्रम का सकारात्मक समापन किया।
✨ संदेश हम सभी के लिए:
“घनसाली यूथ क्लब की यह एक छोटी सी कोशिश थी, लेकिन हम मानते हैं कि
छोटे कदम ही बड़े बदलाव की नींव रखते हैं।
अगर हम आज नहीं जगे, तो कल प्रकृति के पास हमें बचाने का समय नहीं होगा।”
वहीं उन्होंने अपील करते हुए कहा है कि आइए, आज ही से शुरुआत करें —
“प्रकृति को समझें, उसकी पुकार सुनें और उसके साथ न्याय करें।”