‘पीसीपीएनडीटी की त्रैमासिक बैठक हुई संपन्न।‘‘
सोमवार, 7 जुलाई को जिला कार्यालय के वीसी कक्ष में जिलाधिकारी टिहरी गढ़वाल नितिका खण्डेलवाल की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की पीसीपीएनडीटी अधिनियम–1994 के तहत त्रैमासिक बैठक आहूत की गई।
जिलाधिकारी ने सभी निजी अस्पतालों में हुए अल्ट्रासाउंड के डेटा को जांच करने तथा जिन मशीन का समय पूरा हो गया और इस्तेमाल में नहीं है उनको डिस्पोज करने के आदेश दिए।
जिलाधिकारी ने सीएमओ को विकासखंडवार कम लिंगानुपात वाले क्षेत्रों में निरीक्षण बढ़ाने के और सूचना अधिकारी को स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर प्रचार-प्रसार बढ़ाने के निर्देश दिए।
इस मौके पर सीएमओ डॉ. श्याम विजय ने जनपद के लिंगानुपात, घनसाली क्षेत्र में दो लोगों के द्वारा अल्ट्रासाउंड केंद्र खोलने की अनुमति से अवगत कराया, जिस पर जिलाधिकारी ने डॉक्टर की उपस्थिति पर अनुमति देने को कहा।
वही उन्होंने कहा कि बिना डॉक्टर के कोई भी अल्ट्रासाउंड केंद्र नहीं चलेंगे और अगर ऐसा पाया गया, तो कार्यवाही की जाएगी।
एसीएमओ डॉ. चन्दन मिश्रा ने जनपद के सभी रजिस्टर्ड सेंटर में अल्ट्रासाउंड मशीनों में लगे ट्रैकर में रजिस्टर्ड फोन नंबर लगाने की अनुमति चाही, जिस पर जिलाधिकारी द्वारा आदेश दिए गए।
उन्होंने जनपद में किए गए कुल 7003 अल्ट्रासाउंड, परिवार नियोजन के असफल केस और मुखबिर योजना के बारे में अवगत कराया ।
इसके साथ ही बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बेलेश्वर में रेडियोलॉजिस्ट न होने की स्थिति में मशीन सील करने की जरूरत है।
इस बैठक में समिति के सदस्यों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा पहले के जैसे गुड्डा-गुड्डी चार्ट मुख्यालय में लगाया जाए और अल्ट्रासाउंड के बाद लिंगानुपात के डेटा की भी जांच की जाए।
बैठक में राड्स एनजीओ से सुशील बहुगुणा, डीजीसी क्राइम से स्वराज्य सिंह पंवार, लोक सेवा कल्याण समिति रानीचौरी से सुशील बहुगुणा, स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ प्रियंका, आशा प्रोग्राम से गोवर्धन, डीटीओ डॉ जितेंद्र भंडारी, जिला समन्वयक पीसीपीएनडीटी तनुजा रावत, जिला प्रोग्राम मैनेजर ऋषभ उपस्थित रहे।