केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने शनिवार को एम्स पहुंचकर चमोली हादसे में घायल लोगों का हाल-चाल जाना।
इस दौरान उन्होंने अस्पताल में भर्ती घायलों से बातचीत कर उनके परिजनों को ढांढस बंधाया और भरोसा दिलाया कि घायलों के इलाज में किसी प्रकार की कमी नहीं की जाएगी।
अपराह्न समय गढ़वाल सांसद तथा पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, पूर्व केबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत और थराली विधायक भोपाल राम टम्टा ने भी एम्स पहुंचकर घायलों का हाल जाना।
केन्द्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट शनिवार की सुबह लगभग 9 बजे एम्स पहुंचे। उन्होंने अस्पताल के ट्राॅमा वार्ड में भर्ती चमोली हादसे के घायलों से मुलाकात की। साथ ही अस्पताल प्रशासन सहित उपचार कर रही चिकित्सकों की टीम से घायलों के स्वास्थ्य की जानकारी हासिल की। सबसे पहले उन्होेंने इलैक्ट्रिक बर्न की वजह से बुरी तरह झुलसे घायल संदीप का हाल जाना और बताया कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी सहित पूरा देश इस घटना से आहत है और उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना कर रहा है। उन्होंने घायल संदीप और उनके परिजनों को ढांढस बंधाया और सरकार की ओर से हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया। इसके बाद रक्षा राज्यमंत्री दूसरे घायल सुशील को देखने गए। उन्होंने चिकित्सकों की टीम से घायलों को दिए जा रहे इलाज संबंधी जानकारियां भी हासिल की।
इस दौरान संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह ने उन्हें बताया कि ट्राॅमा तथा बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी विभाग के विशेषज्ञ चिकित्सकों सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ चिकित्सकों की टीम घायलों के स्वास्थ्य की गहन निगरानी में जुटी है। चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर संजीव कुमार मित्तल ने बताया कि घायलों के इलाज में कोई कमी न हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बताया कि दोनों घायलों की जल्दी रिकवरी के लिए मेडिकली स्तर पर पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।
गौरतलब है कि करंट फैलने से चमोली में हुए दर्दनाक हादसे के 11 घायलों को उपचार हेतु एम्स में भर्ती किया गया था। जिनमें से आवश्यक उपचार के बाद उनके स्वास्थ्य में सुधार हो जाने पर 9 घायलों को एम्स से बीते रोज डिस्चार्ज कर दिया गया था। जबकि गंभीर रूप से घायल संदीप पुत्र सुलोचन राम और सुशील पुत्र सुदामा का अभी एम्स के ट्राॅमा वार्ड में उपचार चल रहा है। ट्राॅमा सर्जन डाॅ. मधुर उनियाल ने बताया कि संदीप अब वेंटिलेटर से बाहर हैं और वह पहले से थोड़ा ठीक हैं। जबकि सुशील की किडनी में दिक्कत अभी भी बनी हुई है। डाॅ. मधुर उनियाल ने बताया कि नेफ्रोलाॅजी के चिकित्सकों के परामर्श के आधार पर सुशील का इलाज किया जा रहा है।
इस दौरान संस्थान के उप निदेशक प्रशासन कर्नल राकेश कुमार, ट्राॅमा विभाग के हेड प्रोफेसर कमर आजम, डाॅ. विशाल मागो, डाॅ.नीरज कुमार, अस्पताल प्रशासन से डॉक्टर नरेन्द्र कुमार, ऋषिकेश मेयर अनिता ममगाईं, भाजपा जिलाध्यक्ष रविन्द्र राणा, दिनेश सती, संजय शास्त्री, विशाल गुप्ता सहित कई अन्य मौजूद रहे।