केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव सुधांश पंत ने शनिवार को एम्स ऋषिकेश के डिपार्टमेंट ऑफ टेलीमेडिसन, रीजनल रिसोर्स सेंटर और सेंटर ऑफ एक्सलेंस फोर आर्टिकल इंटेलिजंस का उद्घाटन किया।
संस्थान में इस नए विभाग के खुल जाने से अब राज्य के दूरदराज के क्षेत्रों तक एम्स के सुपरस्पेशलिस्ट चिकित्सक टेलीमेडिसिन के माध्यम से लोगों को स्वास्थ्य परामर्श दे सकेंगे।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में अब टेलीमेडिसिन सेवा का नया विभाग वजूद में आ गया है।
एक कार्यक्रम के तहत शनिवार को इस विभाग का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव सुधांश पंत ने इस सुविधा को उत्तराखंड के लिए संजीवनी से बढ़कर बताया और कहा कि एम्स की इस सेवा से उत्तराखंड के सुदूरवर्ती इलाकों तक स्वास्थ्य सेवाओं और स्वास्थ्य परामर्श को उपलब्ध कराना आसान हो सकेगा।
उन्होंने उम्मीद जताई कि संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह के नेतृत्व में इस विभाग की सेवाएं राज्य भर में आच्छादित होंगी।
उल्लेखनीय है कि लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक अकादमी मसूरी, राजकीय अस्पताल कोटद्वार और कनखल हरिद्वार स्थित रामकृष्ण मिशन सेवा आश्रम पूर्व से ही संस्थान की टेलीमेडिसिन सेवा से सीधे तौर पर जुड़े हैं।
अब संस्थान में स्थान की इस स्वास्थ्य सुविधा के लिए अलग विभाग बनाए जाने से इसका लाभ राज्य के अन्य स्थानों पर भी मिलेगा।
इस अवसर पर संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने बताया कि टेलीमेडिसिन विभाग द्वारा पूर्व निर्धारित समय के अनुसार टेलीमेडिसिन सेवा के माध्यम से एम्स के सुपर स्पेशलिस्ट डॉक्टर स्वास्थ्य संबंधी परामर्श टेलीमेडिसिन द्वारा दे सकेंगे।
उन्होंने कहा कि इस विभाग में सुविधाओं को विकसित करते हुए साउंडप्रूफ चेंबर, कंसलटेंट चिकित्सकों के लिए अलग अलग केबिन और नेशनल नॉलेज नेटवर्क के तहत कम्युनिकेशन के लिए हाई स्पीड नेटवर्क इंटरनेट सुविधा की व्यवस्था की गई है।
राज्य के विभिन्न स्थानों तक टेलीमेडिसन की ओपीडी संचालित करने वाले इस विभाग की सेवाएं संस्थान के ए ब्लॉक स्थित छठवीं मंजिल से संचालित होंगी।
इंसेट-
एम्स ऋषिकेश में शनिवार को स्टैंडिंग फाइनेंस कमेटी (एस. एफ.सी.) की बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में संस्थान की विभिन्न योजनाओं हेतु वित्तीय स्वीकृति प्रदान करने के संबंध में विभिन्न प्रस्तावों पर चर्चा की गई।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव सुधांश पंत की अध्यक्षता में संपन्न हुई इस बैठक में संस्थान के विभिन्न विकास कार्यों और योजनाओं के लिए वित्तीय स्वीकृति के प्रस्ताव चर्चा में रखे गए। बैठक के दौरान विभिन्न योजनाओं से संबंधित कई मुद्दों पर वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई।
इस दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय के एडिशनल सचिव व वित्तीय सलाहकार जयदीप मिश्रा, मंत्रालय की ज्वाइंट सेक्रेट्री अंकिता मिश्रा बुंदेला, एम्स की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह, वित्तीय सलाहकार कर्नल एस. सिद्धार्थ तथा उपनिदेशक (प्रशासन) कर्नल राकेश कुमार एवं चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर संजीव कुमार मित्तल, प्रोफेसर शैलेन्द्र हांडू सहित संस्थान के विभिन्न वरिष्ठ अधिकारी गण मौजूद थे।
जबकि कमेटी की इस महत्वपूर्ण बैठक में पीजीआई चंडीगढ़ के प्रोफेसर गुरुप्रीत सिंह और प्रोफेसर ए. के. पुरी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल रहे।