जिलाधिकारी मयूर दीक्षित की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला बाल कल्याण समिति की बैठक आयोजित की गई।
जिलाधिकारी ने पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना, स्पॉनसरशिप योजना, मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना, नन्दा गौरा योजना, सेनिटर नेपिकन मशीन, आंचल योजना, अनाथ बच्चों के लिए क्षैतिज आरक्षण प्रमाण पत्र आदि योजनाओं पर चर्चा कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये।
जिला कलेक्ट्रेट के वीसी कक्ष में आयोजित बैठक में जिलाधिकारी द्वारा ‘‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं‘‘ कार्यक्रम के अन्तर्गत बेटियों हेतु सेल्फ डिफेंस, केरियर कांउसिलिंग, हेल्थ चेकअप आदि गतिविधियां आयोजित करवाने को कहा गया।
जनपद के समस्त एडीपीओ को अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत सरकारी भवनों पर संचालित आंगनवाड़ी केन्द्रों में जल जीवन मिशन योजना के अन्तर्गत तीन नल कनेक्शन, किराये के भवन में संचालित आंगनवाड़ी केन्द्रों में बिजली, पानी, शौचालय, किचन आदि सुनिश्चित करने हेतु फिल्ड में जाकर विजिट करने के निर्देश दिये गये।
इसके साथ ही कुपोषित बच्चों की सूची आरबीएस डिस्ट्रिक्ट कोर्डिनेटर को उपलब्ध कराते हुए हर माह आरबीएस की टीम के साथ फिल्ड में जाकर चैकअप करवाते हुए कुपोषित बच्चों के अभिभावकों से मिलना, उनको आवश्यक सन्तुलित आहार देने के साथ ही उनके स्वास्थ्य में सुधार लाने के निर्देश दिये गये।
जिलाधिकारी ने डीपीओ को आंगनवाड़ियों के निर्माण एवं मरम्मत से संबंधित प्राक्कलन उपलब्ध कराने, आंगनवाड़ियों में ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करवाने, महिलाओं एवं बच्चों को दिये जाने वाले पोषण की मात्रा एवं गुणवत्ता चेक करने, महालक्ष्मी किट को वितरण करने से पूर्व उत्पादों की वैधता की जांच करने के निर्देश दिये गये। कहा कि बाल कल्याण समिति बच्चों की देख-रेख एवं संरक्षण को लेकर सजग रहे।
बैठक में सीडीओ मनीष कुमार, अध्यक्ष जिला बाल कल्याण समिति रमेश चन्द्र रतूड़ी, सदस्य बाल कल्याण समिति लक्ष्मी प्रसाद उनियाल, रागिनी भट्ट, अमिता रावत, महिपाल सिंह नेगी, बाल संरक्षण इकाई अधिकारी विनीता उनियाल सहित अन्य संबंधित उपस्थित रहे।