एम्स ऋषिकेश की हेली एंबुलेंस मेडिकल सेवा के विधिवत उद्घाटन को हालांकि अभी एक पखवाड़े से अधिक का समय बाकी है लेकिन यह सेवा देश के अन्य बड़े सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों के लिए भी एक मिसाल बनने जा रही है।
तकनीक आधारित इस सेवा के संचालन को समझने के लिए बीते रोज पीजीआई चंडीगढ़ के अधिकारियों ने एम्स ऋषिकेश का दौरा किया और इसकी जानकारी हासिल कर इसकी विशेषता समझी।
विषम भौगोलिक परिस्थितियों वाले पहाड़ी राज्य उत्तराखंड में हेली एंबुलेंस मेडिकल सेवा किसी वरदान से कम नहीं है। स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में संजीवनी साबित हो रही यह मेडिकल सेवा अब धीरे-धीरे देश के अन्य राज्यों में स्थित बड़े स्वास्थ्य संस्थानों के लिए एक अनुकरणीय मिसाल बनने जा रही है।
इस सेवा की तकनीक, संचालन और अन्य व्यवस्थाओं को समझने के लिए बीते रोज पीजीआई चंडीगढ़ के प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा एम्स ऋषिकेश पंहुचकर सिस्टम के सम्बंध में आवश्यक जानकारी हासिल की गयी।
एम्स ऋषिकेश के उप निदेशक (प्रशासन) ले. कर्नल अमित पराशर ने पीजीआई चंडीगढ़ के उप निदेशक पंकज राय ( आई.ए.एस.) को हेली एम्बुलेंस सेवा के संचालन सम्बंधित सभी जानकारियों से अवगत कराया।
दोनों संस्थानों के उच्चाधिकारियों ने इस विषय पर व्यापक चर्चा की और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में इसे बहुलाभकारी बताया।
विजिट के दौरान पीजीआई चंडीगढ़ के उप निदेशक ने एम्स ऋषिकेश के हेलीपैड और ट्रामा सेंटर स्थित हेली एंबुलेंस मेडिकल सर्विस के कंट्रोल रूम में सिस्टम के संचालन की जानकारी हासिल की।
हेली एम्बुलेंस सेवा के इंचार्ज व एम्स के ट्रॉमा सर्जन डॉक्टर मधुर उनियाल ने हेली एंबुलेंस मेडिकल सर्विस के स्ट्रक्चर, इसके सूचना तंत्र, कार्यप्रणाली और अन्य व्यवस्थाओं की बारीकियां बतायी। पीजीआई चंडीगढ़ के डीडीए ने हेलीपैड पर पेशेंट रिसीव करने के तरीके, इसके सूचना तंत्र, कॉल अटेंड सिस्टम, पेशेंट अटैंड सिस्टम और इस सेवा के तकनीकी पहलुओं को जाना।
उल्लेखनीय है कि केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जे.पी. नड्डा द्वारा आगामी 20 सितंबर को एम्स ऋषिकेश की हेली एंबुलेंस सेवा का उद्घाटन किया जाना प्रस्तावित है।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री भी इस अवसर पर मौजूद रहेंगे। इससे पूर्व 6 मार्च को मेरठ से असेंबल्ड हेली एम्बुलेंस का एम्स ऋषिकेश के हेलीपैड पर लैंडिंग और टेकऑफ के साथ ही मरीज को ट्रामा सेंटर तक लाने-ले जाने का सफल ट्रायल हो चुका है।
प्रस्तावित कार्यक्रम के अनुसार अब आगामी 20 सितंबर को इस सेवा के विधिवत शुरू हो जाने पर यह स्वास्थ्य सेवा समूचे उत्तराखंड के लिए किसी वरदान से कम साबित नहीं होगी।
एम्स ऋषिकेश के उपनिदेशक (प्रशासन) लेफ्टिनेंट कर्नल अमित पराशर ने इस बारे में बताया कि हेली एंबुलेंस सेवा के उद्घाटन हेतु संस्थान द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
वहीं उन्होंने बताया कि केंद्र और राज्य सरकार की साझेदारी से संचालित होने वाली इस स्वास्थ्य सेवा के उद्घाटन को लेकर संस्थान उत्साहित है।
इस अवसर पर हेली एम्बुलेंस सेवा के समन्वयक, नर्सिंग ऑफिसर शशिकांत सहित अन्य मौजूद थे।