मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना के अन्तर्गत शुक्रवार को मुख्य विकास अधिकारी वरुणा अग्रवाल की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार नई टिहरी में जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई।
ग्रामीण क्षेत्रों में उद्यमी किस तरह अपने स्थानीय व्यवसाय को विकसित करें, यह पहल मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना पूर्व नाम रूरल बिज़नेस इन्क्यूबेटर के अंतर्गत विभिन्न माध्यमों से क्रियान्वित की जा रही है।
इस कार्यशाला में उद्यमियों के समक्ष चुनौतियों एवं समाधान के अवसरों की तलाश पर विस्तृत रूप से चर्चा की गई।
कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि नियमित रूप से संचालन किया जाना क्षेत्र में उद्यमिता विकास के लिए अति आवश्यक है।
वहीं उन्होंने कहा की सभी विभागों को एक दूसरे के साथ समन्वय स्थापित कर क्षेत्र के उद्यमियों, स्वयं सहायता समूहों, लखपति दीदियों के व्यवसाय की प्रगति के लिए कार्य करना है।
कार्यशाला में व्यवसाय को बढाने व विपणन संबंधित बाधाओं को प्रशिक्षण के माध्यम से प्रदान करने को लेकर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए हैं।
कार्यशाला में पर्यटन, उद्यान, उद्योग, कृषि, मत्स्य, पशुपालन, एवं सभी अन्य आजीविका से सम्बंधित क्षेत्रों में भी मुख्यमंत्री उद्यमशाला योजना को समान रूप से क्रियान्वित किये जाने एवं ग्रामीण स्तर में भी समय-समय पर कार्यशाला करने को आवश्यकता बताई गई।
इस कार्यशाला में उन्होंने कहा कि ऐसे उत्प्रेरण से जिससे उद्यमियों की आजीविका सुदृढ़ हो व विपणन संबंधित सुविधाएं विस्तार को और बढ़ाया जाये। उद्यमियों की प्रगति के लिए एवं उद्यमिता के समुचित विकास के लिए इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स का सहयोग लिया जाए। इस कार्यशाला का उद्देश्य उद्यमियों को नवाचार एवं मुख्यमंत्री उद्यमशिला योजना की सेवाएं प्रदान करने के साथ लघुता दीर्घता के उद्यमों से जोड़ा जाए।
कार्यशाला में पीडी डी.आर.डी.ए. पी.एस. चौहान, डीडीओ मो. असलम, इनक्यूबेशन मैनेजर दिग्विजय सिंह, राज्य स्तरीय प्रोजेक्ट मैनेजमेंट इकाई से गुलशन कुमार रोहिला समेत सभी सम्बंधित जिला स्तरीय विभागीय अध्यक्ष एवं अधिकारियों की उपस्थित रहे।