रैकिंग में 22 वें स्थान पर चमका एम्स ऋषिकेश
देश के शीर्ष 50 चिकित्सा संस्थानों की सूची में पाया स्थान।
नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ) द्वारा देश के सर्वोच्च 50 चिकित्सा संस्थानों की सूची सोमवार को जारी कर दी गई। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश ने इस बार देश के चुनिंदा 50 चिकित्सा संस्थानों में 22 वां स्थान प्राप्त किया है। पिछली बार एम्स ऋषिकेश 49वें नंबर पर था। संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह ने इसे टीम वर्क से की गई मेहनत का प्रतिफल बताया है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश को देश के चुनिंदा 50 चिकित्सा संस्थानों में 22 वां स्थान हासिल हुआ है। शिक्षा मंत्रालय ने सोमवार को नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क (एनआईआरएफ) रैंकिंग 2023 की सूची जारी की। उत्कृष्ट मेडिकल काॅलेजों की सूची में इस बार एम्स दिल्ली 94.32 स्कोर प्राप्त कर देश में पहले स्थान पर रहा है। जबकि एम्स ऋषिकेश ने पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार बढ़त हासिल कर 60.06 स्कोर के साथ 22वां स्थान हासिल किया है।
उल्लेखनीय है कि एनआईआरएफ द्वारा कई श्रेणियों में देश के शैक्षणिक संस्थानों की लिस्ट जारी की जाती है। एनआईआरएफ रैंकिंग की शुरुआत वर्ष -2016 में प्रारंभ हुई थी।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री सुषमा स्वराज के हाथों वर्ष- 2004 में एम्स ऋषिकेश की आधार शिला रखी गई थी। केंद्र सरकार की ओर से उस दौरान ऋषिकेश के अलावा बिहार के पटना, मध्यप्रदेश के भोपाल, उड़ीसा के भुवनेश्वर, राजस्थान के जोधपुर और छत्तीसगढ़ के रायपुर में भी नए एम्स की स्थापना की गई थी।
गौरतलब है कि एम्स ऋषिकेश में यूजी कोर्स की पढ़ाई वर्ष- 2012 में शुरू हुई थी। मौजूदा समय में यहां मेडिकल, नर्सिंग व पैरामेडिकल में यूजी, पीजी और सुपरस्पेशलिटी के कोर्स संचालित हो रहे हैं। जबकि वर्तमान में प्रोफेसर (डॉ.) मीनू सिंह संस्थान की कार्यकारी निदेशक के पद पर संस्थान का नेतृत्व कर रही हैं। नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिग फ्रेमवर्क (एनआइआरएफ) द्वारा सोमवार को जारी की गई रैंकिंग सूची में इस बार एम्स पटना को 27वां, एम्स भोपाल को 38वां और एम्स रायपुर को 39वां स्थान प्राप्त हुआ है।
एम्स ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डा.) मीनू सिंह ने इसे संस्थान के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि एम्स ऋषिकेश के आचार्य, सह आचार्य, चिकित्सक, मेडिकल स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ व अन्य सभी अधिकारी व कर्मचारियों के सामुहिक प्रयास से ही संस्थान ने यह बढ़त हासिल की है। उन्होंने कहा कि टीम वर्क के आधार पर हमारा प्रयास होगा कि भविष्य में ऑल इंडिया रैंकिंग में और बेहतर प्रदर्शन कर हम सर्वोच्च स्थान हासिल कर सकें।
संस्थान के जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल ने बताया कि रैंकिंग में इन सभी चिकित्सा संस्थानों के स्नातक और परास्नातक प्रोग्राम, स्टूडेंट स्ट्रैंथ प्रोग्राम, प्लेसमेंट एंड हायर स्टडीज प्रोग्राम के मानकों को परखा जाता है। उन्होंने बताया कि इन सभी में एम्स ऋषिकेश ने बेहतर प्रदर्शन कर यह स्थान पाया है।