अंगदान के कानूनी ढांचे के सरलीकरण पर व्यापक चर्चा करने और अंग प्रत्यारोपण के अनुभवों को साझा करने के उद्देश्य से 29 व 30 जुलाई को एम्स ऋषिकेश में सीएमई का आयोजन होगा।
संस्थान के यूरोलाॅजी विभाग के तत्वावधान में आयोजित होने वाले इस दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान अंग प्रत्यारोपण विषय पर एक मूवी का भी प्रदर्शन किया जाएगा।
एम्स ऋषिकेश में उक्त दो दिवसीय सीएमई में देशभर के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों के अंग प्रत्यारोपण विषेषज्ञ अपने अनुभव और विचार साझा करेंगे। एम्स के यूरोलाॅजी विभाग और टेलिमेडिसिन सोसाईटी ऑफ इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य अंग दान, मृतक अंगदान और अंग प्रत्यारोपण विषय पर इसके सरलीकरण, कानूनी ढांचे में बदलाव की आवश्यकता, ट्रांसप्लांट प्रक्रिया में आने वाली समस्याएं और जीवन बचाने के लिए इसकी आवश्यकता जैसे विषयों पर व्यापक चर्चा करना है।
इस बाबत जानकारी देते हुए यूरोलाॅजी विभागाध्यक्ष डाॅ. अंकुर मित्तल ने बताया कि सीएमई में अंग प्रत्यारोपण की जटिलताओं और उनके निदान पर पर चर्चा की जाएगी।
डाॅ. मित्तल ने बताया कि टेलिमेडिसिन सोसाईटी ऑफ इंडिया टीएसआई (उत्तराखंड स्टेट चैप्टर ) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित सीएमई कम वर्कशाॅप का उद्घाटन टीएसआई की अध्यक्ष और संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर (डॉक्टर) मीनू सिंह करेंगी। जबकि विशिष्ट अतिथि के तौर पर सीएमई में केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के डीजी हेल्थ सर्विसेज डाॅ. अतुल गोयल तथा उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग की डीजी डाॅ. विनीता शाह प्रमुख वक्ता होंगे।
इनके अलावा टीएसआई के राष्ट्रीय सचिव डाॅ. मुर्थि रेमिला, मद्रास मेडिकल मिशन हाॅस्पिटल चेन्नई के यूरोलाॅजिस्ट व ट्रांसप्लांट सर्जन डाॅ. सुनील श्रोफ, नोटो के निदेशक डाॅ. अनिल कुमार, अहमदाबाद से डाॅ. प्रांजल मोदी, दिल्ली के डाॅ. वीके बंसल, डाॅ. दीपक गुप्ता और डाॅ. कृष्ण कुमार सहित एम्स यूरोलाॅजी विभाग के डाॅ. ए.के. मण्डल, डाॅ. विकास पवार और डाॅ. पीयूष गुप्ता के अलावा विभिन्न क्षेत्रों से आए यूरोलाॅजिस्ट विशेषज्ञ और ट्रांसप्लान्ट सर्जन सीएमई में अपना व्याख्यान देंगे।