जिलाधिकारी द्वारा विधानसभा देवप्रयाग क्षेत्र अन्तर्गत समस्याओं के निस्तारण के संबंध में बैठक आयोजित की गई।
इस मौके पर विधायक देवप्रयाग श्री विनोद कण्डारी भी उपस्थित रहे।
जिला सभागार, नई टिहरी में आयोजित बैठक में विधायक देवप्रयाग द्वारा अपने विधान सभा क्षेत्रान्तर्गत रेलवे, जीवीके कम्पनी, पेयजल, लोक निर्माण विभाग, सिंचाई, स्वास्थ्य, शिक्षा विभाग से संबंधित समस्याओं से अवगत कराया गया, जिनका समाधान कर संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश गये। बैठक में डिग्री कॉलेज कैम्पस नैखरी हेतु आवश्यकतानुसार भूमि स्थानान्तरण की स्वीकृति प्रदान की गई।
क्षेत्रीय विधायक द्वारा सी.एच.सी. कीर्तिनगर व सी.एच.सी. हिन्डोलाखाल में अल्ट्रासाउण्ड व एक्स-रे मशीन लगाकर स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने, स्वास्थ्य शिविर लगाने तथा चिकित्सालय के वाहनों हेतु वाहन चालक उपलब्ध कराये जाने की मांग की गयी जिसपर जिलाधिकारी द्वारा सीएमओ को आवश्यक दिशा-निर्देश देेते हुए रोस्टर वाइज अल्ट्रासाउण्ड मशीन चलाने, शिविर लगाने तथा वाहन उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये।
वही इस मौके पर चौरास-नैथाणा पुल पर जिलाधिकारी द्वारा पर्याप्त विद्युत व्यवस्था एवं धूल उड़ने पर पानी का छिड़काव करने के निर्देश रेलवे के अधिकारी को दिये गये।
इसके साथ ही जीवीके कम्पनी द्वारा प्रभावित गांवों को अधिग्रहित भूमि का नियमानुसार मुआवजा दिए जाने हेतु संबंधित अधिकारी को निर्देश दिये गये।
इसके साथ ही बैठक में लक्षमोली पम्पिंग पेयजल योजना निर्माण में आ रही दिक्कतों के चलते रिवर चैनेलाइजेशन करने, ग्राम पंचायत मंगसू, मढ़ी, थापली में जीवीके नहर के दोनों ओर सड़क निर्माण का कार्य, रा.उ.मा. विद्यालय मलेथा एवं लक्ष्मोली का भवन निर्माण, राजकीय इण्टर कॉलेज बागवान का भवन निर्माण, निर्माणाधीन रेलवे स्टेशनों के पास रास्तों का निर्माण, देवली में घेरबाड़, मलेथा गांव की सिंचाई नहर ठीक करने, घिल्डियालगांव में रास्ता निर्माण का कार्य करने, ग्राम पंचायत पन्तगांव में रा.प्रा. विद्यालय पन्तगाव की सुरक्षा दीवार का निर्माण कार्य करवाने, मलेथा/बागापाणी/नैथाणा में शमासान घाट आदि की मांग की गई, जिनके संबंध में जिलाधिकारी द्वारा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
बैठक में जिलाधिकारी टिहरी के अलावा मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार, सीएमओ मनु जैन, एसडीएम देवप्रयाग सोनिया पन्त, डीईओ बेसिक वी.के. ढौंडियाल सहित सिंचाई, जल निगम, जल संस्थान एवं रेलवे के अधिकारी, क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीण उपस्थित रहे।