उत्तरकाशी में हुई बस दुर्घटना के 17 घायलों को इलाज हेतु एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया है। सभी का ट्रॉमा सेन्टर में उपचार जारी है।
मंगलवार की देर शाम गंगोत्री से लौटते वक्त तीर्थ यात्रियों की एक बस गंगोत्री-उत्तरकाशी मार्ग पर गंगनानी के समीप गहरी खाई में गिर गयी थी। इस दुर्घटना में घायल हुए 17 तीर्थ यात्रियों की हालत ज्यादा खराब देखते हुए उन्हें उपचार हेतु बुद्धवार की सुबह एम्स ऋषिकेश पहुंचाया गया।
बड़ी संख्या में तीर्थ यात्रियों के घायल होने की सूचना पर सुबह संस्थान की कार्यकारी निदेशक प्रो. मीनू सिंह एम्स के ट्राॅमा सेन्टर पंहुची और उन्होंने घायलों का हाल-चाल जाना।
इस दौरान उन्होंने इलाज कर रहे डाॅक्टरों से घायलों के स्वास्थ्य और उपचार संबन्धित जानकारी हासिल कर आवश्यक निर्देश दिए।
संस्थान के जन सम्पर्क अधिकारी संदीप कुमार सिंह ने बताया कि उपचार हेतु भर्ती किए गए उत्तरकाशी बस दुर्घटना के घायलों में 11 पुरूष और 6 महिलाएं शामिल हैं।
सभी लोग नैनीताल, उधमसिंह नगर, बरेली और सहारनपुर आदि विभिन्न जगहों के रहने वाले हैं।
घायलों का इलाज कर रहे ट्रॉमा सर्जन डॉक्टर मधुर उनियाल ने घायलों के इलाज के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि घायलों में से 65 वर्षीय महेन्द्र निवासी नैनीताल, 25 वर्षीय विजय निवासी बुलंन्दशहर, 56 वर्षीय लीलाधर निवासी नैनीताल और 53 वर्षीय पूरण सिंह निवासी उत्तरकाशी की हालत गंभीर बनी हुई है।
इनमें महेन्द्र की छाती में गहरी चोटें आयीं हैं जबकि विजय के हाथ, पैर और सिर में गंभीर चोटें हैं।
बताया कि लीलाधर के सिर की सर्जरी की जा चुकी है। पूरण सिंह के सिर में भी गंभीर चोटें आने की वजह से उनकी हालत नाजुक बनी हुई है।
अन्य घायलों में हल्द्वानी निवासी नवीन उम्र 54, हल्द्वानी की ही उषा जोशी उम्र 50, रमेश चन्द निवासी नैनीताल उम्र- 62, विनोद निवासी सहारनपुर उम्र- 55, गीता निवासी नैनीताल उम्र- 59, रेखा रस्तोगी निवासी सहरानपुर उम्र-50, दीपा निवासी नैनीताल उम्र-55 वर्ष, संध्या निवासी बरेली उम्र-46, संजय निवासी बरेली उम्र-57, अनुज निवासी मेरठ (यूपी) उम्र-27 वर्ष, पदमा निवासी ऊधमसिंह नगर उम्र-70, महेश निवासी ऊधमसिंह नगर उम्र-65 वर्ष और ऊधमसिंह नगर निवासी ही 42 वर्षीय भूपेन्द्र शामिल हैं। इनमें से कुछ घायलों के कन्धे और हाथ-पैर की हड्डियों में फ़्रैक्चर पाया गया है।
वहीं इस मामले में डॉक्टर उनियाल ने बताया कि सभी घायलों की आवश्यक मेडिकल जांचें और उपचार जारी है।